संदेश

aap लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विदेशी धरती पर राहुल की महाभारत का मकसद क्या?

चित्र
अमरीका में राहुल के बयानों से भारत में क्यों मचा संग्राम? By: Yogesh kumar Gulati  घर के मुद्दे अगर दूर के रिश्तेदार या किसी पड़ोसी को बताओगे तो इस बात की संभावना बहुत कम है कि वो आपके मुद्दे सुलझाएगा, बल्कि इस बात की संभावना कहीं अधिक है कि, वो आपके अंदरूनी राज जानकर अपने हित में उनका इस्तेमाल करेगा। उन्हें बढ़ा-चढ़ा कर पेश करेगा और आपकी छबि को नुकसान पहुंचाएगा।लेकिन ये बात ना तो राहुल गांधी को समझ आती है, ना देश की सबसे वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी को । यहां मै इस बात को सिरे से नहीं नकारूंगा कि भारत में किसी पर भी, और कहीं भी, कोई भी अन्याय नहीं हो रहा। सब कुछ ठीक है और अच्छा चल रहा है। नहीं ऐसा बिलकुल नहीं है। आज भी वैसे ही अत्याचार हो रहे हैं जैसे 2014 से पहले हो रहे थे। बहस इस बात पर हो सकती है कि आज अत्याचार और अन्याय 2014 की तुलना में कम हुआ है या बढ़ा है। लेकिन इसपर कोई बहस नहीं हो सकती कि देश में अन्याय और अत्याचार पूरी तरह समाप्त हो गए हैं। आज भी दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं तो सवर्ण भी घृणा के शिकार बनाए जा रहे हैं। मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है तो गणपति उत्सव और दुर्ग...

इस तरह बीजेपी के दंगल को आसान बनाएगी आप?

चित्र
हरियाणा में बीजेपी का रास्ता साफ करेंगे केजरीवाल! By: Yogesh Kumar Gulati  हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने गठबंधन की संभावनाओं को नकारते हुए 20 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, जिनमें कुछ सीटें वो भी शामिल हैं जिन पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। यह फैसला हरियाणा में विपक्षी एकता को चुनौती देता नजर आता है और चुनावी समीकरण को दिलचस्प बना रहा है। AAP के इस कदम से यह साफ हो गया है कि वह इस चुनाव में पूरी 90 सीटों पर लड़ने की तैयारी में है। इससे पहले भी AAP के नेताओं ने हरियाणा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के संकेत दिए थे, लेकिन अब पार्टी का यह ऐलान साफ करता है कि वह कांग्रेस के साथ किसी गठबंधन की उम्मीद को खत्म कर चुकी है। इस घटनाक्रम का सबसे बड़ा असर कांग्रेस पर पड़ सकता है, जो हरियाणा में बीजेपी का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है। खासकर उन सीटों पर, जहां कांग्रेस ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहां पर AAP के उम्मीदवारों की मौजूदगी वोटों के बंटवारे का कारण बन सकती है। यह स्थिति बीजेपी के लिए फायदेमंद साब...